IFFCO NANO UREA

IFFCO Nano Urea – पूरी जानकारी हिन्दी में

IFFCO Nano Urea

31 मई, 2021 को भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (इफको) ने पारंपरिक यूरिया के विकल्प के रूप में पौधों को नाइट्रोजन प्रदान करने के लिए एक पोषक तत्व Nano Urea लिक्विड लॉन्च किया।

इफको ने कहा कि “दुनिया का पहला Nano Urea लिक्विड” उसने अपनी 50 वीं वार्षिक आम सभा की बैठक के दौरान लॉन्च किया।

इफको के अनुसार,Nano Urea लिक्विड को भारत में अपने वैज्ञानिकों और इंजीनियरों द्वारा कई वर्षों के शोध के बाद एकमात्र मालिकाना तकनीक के माध्यम से नैनो बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर, कलोल में ‘ आत्मनिर्भर भारत ‘ और ‘ आत्मनिर्भर कृषि ‘ के तहत विकसित किया गया।
इफको के अनुसार देश भर में इसके 94 से अधिक फसलो पर लगभग 11,000 एफएफटी (फार्मर्स फील्ड टेस्ट) किये गए थे, और फसलो की उपज में औसतन 8% की वृद्धि देखी गयी है।

क्या है नैनो यूरिया (Nano Urea)?
नैनो तकनीक से उत्पादित यूरिया को फसलों के पोषक तत्वों को सुधारने के लिए बनाया गया है जिसे Nano Urea कहा जाता है। Nano Urea लिक्विड पारंपरिक यूरिया की जगह इस्तेमाल किया जाएगा। सामान्य यूरिया के मुकाबले इसकी जरूरत में कम से कम 50 फीसदी की कटौती की जा सकती है।

किसानों द्वारा उपयोग किए जाने वाले Nano Urea लिक्विड, मिट्टी में यूरिया के अधिक उपयोग को कम करके पोषण शक्ति को बढ़ाने तथा संतुलित करने में मदद करेगा। यह फसल को मजबूत करने, स्वस्थ फसल बनाने और उन्हें हानिकारक प्रभावो से बचाने में मदद करेगा। इफको नैनो यूरिया की 500 ml की एक बोटल में 40,000 ppm नाइट्रोजन होता है जो सामान्य यूरिया के एक बोरी के बराबर काम करेगा। इसके प्रयोग से किसानों की लागत कम होगी ।

नैनो यूरिया का लाभ –
1. पौधो के पोषण के लिए प्रभावी व असरदार ।
2. फसलो की पैदावार बढ़ेगी तथा पोषक तत्वो के गुणवत्ता में सुधार होगा।
3. इसे भूमिगत जल में भी सुधार करने में सक्षम पाया गया है।
4. इसके उपयोग से पौधों को पोषक तत्व प्राप्त तो होंगे ही साथ ही कम इस्तेमाल में अधिक प्रभाव के कारण मिट्टी में भी सुधार होगा।
5. नैनो यूरिया फसलो को मजबूत व स्वस्थ बनाने के साथ साथ फसलो को गिरने से भी बचाता है।

 

कितनी होगी कीमत ?
Nano Urea लिक्विड लागत प्रभावी होगा क्योंकि यह सस्ता होगा और इससे किसानों को अपनी आय बढ़ाने में मदद मिलेगी ।
1. नैनो यूरिया के 500 मिलीलीटर की एक बोतल में नाइट्रोजन का 40,000 पीपीएम होता है, जो पारंपरिक यूरिया के एक बैग द्वारा प्रदान किए गए नाइट्रोजन पोषक तत्व प्रभाव के बराबर होता है।
2. इससे न केवल किसानों की इनपुट लागत में कमी आएगी बल्कि इसके छोटे आकार के कारण इसे स्टोर करने की लागत में काफी कमी आएगी ।
3. नैनो यूरिया की 500 ml की एक बोतल की कीमत किसानों के लिए मात्र 240 रुपये होगी, जो पारंपरिक यूरिया के बैग की लागत से 10 प्रतिशत सस्ती है ।

9 thoughts on “IFFCO Nano Urea – पूरी जानकारी हिन्दी में

  1. आमच्या कडे कुठे मिळेल आमचा पीनकोड410101आहे करजत, रायगड.

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